Stories

Wrong Number बन गया "Lucky Number”

पति......... अच्छा बाबा, सब ले लेगे और कुछ है तो अभी बोल दो, बाजार से आने के बाद, फिर

                बाजार नही जानेवाला,

 

पत्नी.........मुझे जितना याद था, लिख दिया अगर बाद में याद आ जाये तो क्या कर सकती हूं,

 

पति........ अगर याद आ जाय तो फोन कर देना,

 

पत्नी......... ठिक है,

भविष्य के लिए 'बर्तमान' परेशान

हमेशा से बर्तमान, भविष्य कि चिंता करता है, भविष्य के लिए बर्तमान को जिम्मेवार माना जाता है, यानि आज जैसा बिज बोयेगे, कल वैसा ही फल काटेगे, पर......... हर बार ऐसा नही होता,

चलों 'गांव' चलें

गांव की सादगी और अपनापन, हर एक को अपनी ओर खींचती है, मैं भी शहर की व्यस्त जिंदगी, से दूर गांव कि ओर जा रही हूं, 'सियालदा to बलियां' ट्रेन को इस सुहाने सफर के लिए चुना है, यह ट्रेन पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश को छुते हुए जाती है,इसके खिड़की के पास बैठकर, चारों राज्यों के प्राकृतिक सौन्दर्य को अनुभव किया जा सकता है,

अनजाने में हुई एक ' भूल '

"कभी-कभी, एक ही भूल,(a single mistake) जिंदगी की सबसे बड़ी भूल साबित होती है"

श्याम और सोहन, जुड़वा भाई है, पर देखने और स्वभाव में कोई समानता नही है, अगर समानता है तो वो  ज्ञान में है,दोनों पढ़ने में, एक से बढ़कर एक है, हमेशा कक्षा में श्रेष्ट स्थान पाते है, इनकी पढ़ाई लोगो के लिए, पुरे गांव में उदाहरण के काम आती,

मैं ठिक हूं

मैं ठिक हूं, आज कल बोल-चाल की भाषा बन गई है, राह चलते-चलते ऊपर के मन से ही, हम किसी से पूछ लेते है..... कैसे हो, उधर से जबाब आता है.......मैं ठिक हूं,

क्या ठिक है और कितना ठिक है, ये हम दिल से न ही पूछते है, न ही कोई जल्दी अपने दिल की बात, आपसे शेयर ( बांटता) करना चाहता है,

शादी बिना " तलाक "

राहुल और पिंकी कांलेज से दोस्त है, दोनों ही साधारण परिवार के है, इसलिए पढ़ाई करना और अपने पैरों पर खड़ा होना, दोनो के जीवन का उद्देश्य है, उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद राहुल को एक प्राइवेट कंम्पनी में Job मिल जाता है,

कहानियों का ' जन्म ' और उनके ' रूप '

जब कोई कहानी, मन मे होती है, लेखक कि जान होती है, अपनी जान को जब कोपी पर संभालते हुए बड़े ही प्यार से रखता है, तब लेखक के मन और कोपी के बीच तीसरा कोई नही होता, उस वक्त कहानी नवजात छोटे बच्चें के समान, शुद्धता से पूर्ण होती है, कोई मिलावट नही होता ,

मेरी नही " आपकी जीत है "

जब मैं कक्षा नवीं की छात्रा थी, तब हमसब को Additional Subject लेने को कहा गया, हमारे पास दो

Options थे,...........1. जीवविज्ञान (Biology )          2. तर्कशास्त्र (Logic)

' किस्मत अपनी ' मुठी ' में,

"जब किस्मत ,साथ देती है तो ; चित भी अपनी, पट भी अपना "

ये कहानी' शेखर 'नाम के 24 साल के युवक कि है, जो इतनी कम उम्र मे, इतना नाम और एक अच्छा स्थान, अपनी काबलियत पर हासिल किया है, जो काबिले तारिफ है, आज के नवयुवक जो राह भटक जा रहे है, उनके लिए ये मार्गदर्शन का कार्य करते है,

इंसान के रूप मे' शैतान '

घटना उस देश कि है, जहां के लोग खुद को सभ्य मानते है, पढ़े-लिखे समाज में भी, मुखौटा पहनें         असभ्य लोग रहते है, बड़े लोग के सारे शौक,Mr Tom में है, पाट्टी करना, बार जाना,रमी खेलना, इत्यादी,

जिमी,Mr.Tom की एकलौती संतान है, वो अपने मां-बाप के साथ बहुत खुश है, जिमी के पापा की अपनी कम्पनी है, घर में सभी सुख-सुविधा है,Mr.Tom की गिनती समाज में धनी और सम्मानित लोगों में कि जाती है,