मोहिनी, जैसा नाम वैसी ही खुबसूरती, हर सुख-सुविधा की आदि, खुशमिजाज लड़की है, उम्र से बड़ी तो हो रही है, पर बचपना जाने का नाम नही, वो XI की छात्रा है, एक दिन उसकी सहेली अनु ने उसे एक ख़त दिया...........
मोहिनी........ये कैसा खत है,
अनु.......मुझे नहीं पता, मेरे घर के पास रहने वाला मुकेश ने दिया और कहा... तुम को दे,
मोहिनी....... मुकेश,कहि वो तो नही, जो हमारे साथ पढ़ता था,