उसकी शब्द को एक भिखारन के लिए संबोधित किया गया है, जिसके चेहरे के हाव-भाव के आधार पर वार्तालाप किया गया है, मेरे यानि मैं, खुद को उससे मन-ही-मन बाते करते हुए, एक घटना को, कहानी के रूप में प्रस्तुत कर रही हूं,..........
मुझे सफर करना बहुत पंसद है, पूरे ट्रेन में मैं अपने लिए खिड़की वाला जगह खोज ही लेती हूं, खिड़की के पास बैठकर किताबे पढ़ना या बाहर के नजारों से बाते करना मेरी आदत है,