यादे ..................''Chocolate…...Dairy Milk”

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जब हमारी शादी हुई थी, उस समय मैं कक्षा  दशं वी (10) की छात्रा थी, पढ़ाई पूरी करनी थी इसिलए 2 दिन ससुराल में रह कर, मै मायके चली आई, ससुराल और मायेका एक ही शहर में है, एक दिन मैं स्कूल जा रही थी, उधर से पति देव (रवि जी) वाइक से कहि जा रहे थे, मुझे देखते ही वाइक लेकर मेरे सामने खड़े हो गये,और कहा...... कैसी हो,

मैं........... ठिक हूं,

रवि........ गाड़ी पर बैठों ,मैं स्कूल छोड़ दूगा,

मैं........नही, मैं स्कूल ड्रेस में हू, सब को नही पता कि हमारी शादी हुई है, सहेलियां क्या सोचेगी, मैं चली

             जांऊगी,

रवि........हे भगवान, सब कि चिंता है, मैं इतने प्यार से बोल रहा हूं, वो नहीं दिख रहा,

मैं......... आप जाओ, मैं चली जाऊंगी,

रवि...... बचपना कब जायेगा, मेरी इच्छा का ख्याल नही,

मैं........ डरते हुए बैठ गई,

रवि.......बातों में लगाये रखे, और गाड़ी दूसरी ओर ले कर चल दिये,

मैं.........हम कहां जा रहे है, स्कूल इधर नही है,

रवि...... फिल्म देखने,

मैं..........क्या  ?   आप गाड़ी रोको, नही तो मै कुद जांऊगी,

रवि.........एक काम करता हूं, मैं ही हैंडिल छोड़ देता हूं,

मैं........ क्यों..?

रवि....... कूदने पर सिर्फ तुम्हें चोट लगेगा, हैंडिल छोड़ने से हम  दोनों का एक्सीडेंट होगा,दोनों Hospital    

              जायेगे, दोनों के घर वालों को पता चलेगा, तब तुम जवाब देना कि कहां जा रही थी

मैं..........मैं रोने लगी,

रवि........ रोओ मत, चुपचाप बैठों तुम्हारा पति हूं, कोई गुड्डा नही,

"सिनेमा हॉल पहुंचे, वहां' एक दूजे के लिए' फिल्म लगा था, टिकट लेकर अंदर गये, उन्होंने मुझसे पूछा   कुछ खाने के लिए लेना है, मैंनें कहा....मेरे बैंग मे चांकलेट और चिप्स है, उन्होंने कहा..... ठिक है Interval में ले लेगे, फिल्म शुरू हुआ, वो फिल्म देख रहे थे, बीच-बीच में मुझे देख रहे थे, मैं चुपचाप चांकलेट खाने में लगी थी"

रवि...... फिल्म कैसी है,

मैं....... ठिक है,

रवि.........क्या  ठिक है, फिल्म या चॉकलेट,

मैं...............चुप थी,

मेरा खाना देखकर, उन्हें हंसी आ रही थी,Interval हुआ  उन्होंने पूछा......कुछ और खाना है, मैंने कहा......Fruti पीना है, वो बोल....... तुम यहि बैठों  मैं लेकर आ रहा हूं,

उनके दो दोस्त भी फिल्म देखने आये हुए थे, जब उन्होंने रवि जी को देखा तो कहा....... भाभी के साथ आये हो,

रवि.......हां,

दोस्त........हमें मिलना है,

रवि......मैं बाहर से आता हूं तो परिचय करता हूं,

दोस्त........हम खुद परिचय कर लेगे,

रवि....... जाओ, वहां बैठी है,

दोस्त....... अरे, स्कूल ड्रेस में,

रवि.....अरे यार, बड़ी मुश्किल से लाया हूं,

" रवि जी fruti लानें बाहर चले जाते है"

दोस्त...... हमे भी भूख लगी है, आप अकेले खा रहे हो, एक चॉकलेट ही दे दो,

 मैं.......मैं रोने लगी,

'बगल में बैठे लोगों ने उस लड़के को डाटने लगे, एक आदमी ने कहा.... मारो बदमाश दिख रहा है,

दोस्त.........ये मेरी भाभी लगेगी, मैं यहि खड़ा हूं, आप लोग मुझे मत मारो, मैं यहि खड़ा हूं, भैया आयेगे

                    उसके बाद ही  मै यंहा से जाऊगा

रवि........क्या हुआ, भीड़ क्यों है,

दोस्त.......भाभी रोने लगी,

रवि........क्या हुआ, क्यों रो रहीं हो,

मैं..........कुछ नही,

रवि.........ये मेरा दोस्त कृष्णा है,

मैं................ नमस्तें,

दोस्त.......... नमस्तें जी, आज तो आप पिटवा देती,

रवि......... यार,मैं बोल रहा था, कि मैं आ रहा हूं, तब परिचय कराऊंगा,

दोस्त.......... अच्छा परिचय हुआ, जिंदगी भर याद रहेगा, भाभी आप चॉकलेट खाओ,मैं नही लुगा,

"फिल्म फिर से शुरू हो गई, रवि जी ने fruti  दिया,मैं अकेले ही सब पी गई, बाद में याद आया, कि मैंने तो उनको पूछा ही नही, फिर मैंने पूछा...... आप नही पी रहे हो,

रवि....... एक ही लाया था,

मैं.......... क्यों,

रवि.........मुझे अच्छा नही लगता,

मैं...........मुझे बहुत अच्छा लगता है,

रवि........और कुछ खाना  है,

मैं........कितना खाऊंगी, पेट भर गया,

रवि.........तुमने फिल्म देखा,

मैं...... हां, देखा,

रवि.......पता नही क्या देखा,

                                          "फिल्म समाप्त हो गई"

मैं.......मैं घर जाऊंगी,

रवि...... घर ही ले जायेगे, घर कि ओर चल देते है,

मैं......... अभी थोड़ी दूर ही है, रहने दो,मैं यहां से चली जाऊंगी,

रवि...... चलो,मैं भी घर चलता हूं,

मैं........नही, आप जाओ,

रवि.......हे भगवान .....

"आज भी जब उनका दोस्त कृष्णा मुझे देखता हैै, तो हंसते हुए कहता है.... भाभी, चॉकलेट खाना है,