अदृश्य आंसू Invisible Tears

अदृश्य आंसू Invisible Tears

पहली बार जब बच्चा जन्म के समय धरती पर गिरता है, तो गिरते के साथ कहां-कहां कर के रोने लगता है, यानि वह समझ चुका है, कि उसे अब हर एक परीक्षा से गुजरना है, उसके रोने पर हम इन्सान कुछ सोचने-समझने कि कोशिश के जगह जोर-जोर हंसतें है, उसी समय से उस बच्चे को जरूरत पड़ती है, ऐसे गोद कि जो उसे अपने गोद मे लेकर सीने से सटा कर बोले- Don,t worry मै हूं न....... जब उसे इसका अहसास होता हैं, वह तुरंत चुप हो जाता है, रोना भूल कर हंसने लगता है, आज मै 80 साल कि हो गई हू, लेकिन मुझे अभी भी ऐसे एहसास कि जरूरत है, लेकिन मुझे ऐसा एहसास नहीं मिला, मै समझ नही पाई कि गलती कहां है, मेरे से जुड़ें लोगो को, मुझे समझने में , या मेरे द्धारा लोगो को समझने में,गलती कही भी हुई हो सजा तो मुझे ही मिलI , मेरा मन आज भी इस एहसास को दुंन्ड रहा है, यह तलाश शायद गलत है, मुझे समझ लेना चाहिए कि सब को सबकुछ नही मिलता, इसलिए मुझे यह एहसास नही मिला,

लेकिन मै क़्या करू मन पागल है, दिल उससे भी बड़ा पागल, मै इस मन- दिल दोनो से लड़ते-लड़ते थक चु़की हूं, ये मुझे हमेशा भ्रमित करते रहते है, इसलिए मै इनको अपने अंदर मार दुगी , सिर्फ मिट्टी से बने शरीर के साथ चुपचाप अपने फर्ज को पूरा करती जाऊगी, ये शिलशिला सालो चलता रहा, लेकिन मै मन- दिल को नहीं मार पाई, कुछ देर के लिए ये घायल तो हो जाते है, मुझे दंग करना बंद कर देते है,लेकिन जैसे ही इनको मौका मिलता है,मुझे भ्रमित करने लगते है, ऐसे-ऐसे सपने दिखाते है, जो सपने मे भी पूरा नही हो सकता......... इस तरह मैं दोहरा जिन्दगी जी रही हू, यह" राज़" नहीं बताना था, अब तो मैं इस जिन्दगी से अलविदा करने वाली हू,इस दोहरा जिन्दगी से कोई नुकसान नहीं हुआ,बल्कि उसके के आशावादी उमंगो ने मुझे जिंदा रखा, मै जो दो हिस्सों में बंट कर जी रही हू, उसमें से एक की उम्र आज भी 16 साल की है, दूसरी की उम्र आज 80 साल की है, दोनो के बीच तालमेल मुश्किल था,

लेकिन अनुभव निराला था,

अलविदा …………..